पीएम मोदी को साइप्रस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जून 2025 को इतिहास रच दिया, जब वे दो दशकों में साइप्रस जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने। इस ऐतिहासिक दौरे के दौरान, साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने निकोसिया के राष्ट्रपति भवन में पीएम मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस तृतीय से सम्मानित किया।
साइप्रस दौरे की मुख्य बातें
सम्मान के बारे में:
यह सम्मान साइप्रस के पहले राष्ट्रपति मकारियोस तृतीय के नाम पर है।
1991 में स्थापित, यह सम्मान राष्ट्र के प्रति असाधारण सेवा के लिए दिया जाता है।
केवल राष्ट्राध्यक्षों और विशिष्ट व्यक्तियों को ही यह सम्मान मिलता है।
पीएम मोदी अब तक 28 देशों के सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त कर चुके हैं, जो किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री के लिए रिकॉर्ड है।
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया:
सम्मान प्राप्त करने के बाद पीएम मोदी ने इसे 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित करते हुए कहा, "यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं, 140 करोड़ भारतीयों का है। यह उनकी क्षमताओं और आकांक्षाओं का सम्मान है। यह हमारी सांस्कृतिक भाईचारे और वसुधैव कुटुम्बकम की विचारधारा का सम्मान है।"
द्विपक्षीय संबंध और रणनीतिक साझेदारी
भारत-साइप्रस रक्षा सहयोग
इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में महत्वपूर्ण प्रगति हुई। मुख्य बिंदु:
द्विपक्षीय रक्षा सहयोग कार्यक्रम जनवरी 2025 में हस्ताक्षरित
साइबर और समुद्री सुरक्षा संवाद की स्थापना
आतंकवाद, मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी पर रीयल-टाइम सूचना साझा करने की व्यवस्था
क्षेत्रीय सुरक्षा और तुर्किये फैक्टर
पीएम मोदी और राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलिडेस ने क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की:
साइप्रस की क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन: भारत ने साइप्रस की स्वतंत्रता, संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और एकता के लिए अपना अडिग समर्थन दोहराया।
साइप्रस समस्या: दोनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से द्वीप के द्वि-क्षेत्रीय, द्वि-समुदायीय संघ के समाधान की आवश्यकता पर बल दिया।
तुर्किये को कड़ा संदेश: पीएम मोदी ने तुर्की-आकृत उत्तरी साइप्रस क्षेत्र का दौरा किया, जो तुर्किये और पाकिस्तान के संबंधों की पृष्ठभूमि में कूटनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
पीएम मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए कनाडा रवाना
साइप्रस दौरे के बाद पीएम मोदी कनाडा के कनानास्किस में 16-17 जून 2025 को आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने रवाना हुए। मुख्य बिंदु:
पीएम मोदी की लगातार 6वीं बार जी-7 शिखर सम्मेलन में भागीदारी
एक दशक बाद कनाडा की पहली यात्रा
निमंत्रण कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी द्वारा दिया गया
जी-7 शिखर सम्मेलन के प्रमुख विषय
ऊर्जा सुरक्षा और तकनीकी नवाचार
एआई-एनर्जी नेक्सस और क्वांटम संबंधित विषय
शांति और सुरक्षा को मजबूत करना
अंतरराष्ट्रीय अपराध रोकथाम
वाइल्डफायर प्रबंधन
ऐतिहासिक संदर्भ: तुर्किये-साइप्रस संघर्ष
UPSC अभ्यर्थियों के लिए साइप्रस की स्थिति समझना महत्वपूर्ण है:
संघर्ष की पृष्ठभूमि
1974 तुर्की आक्रमण: ग्रीस समर्थित तख्तापलट के बाद तुर्किये ने साइप्रस पर आक्रमण किया और लगभग 37% क्षेत्र पर कब्जा कर लिया।
विभाजन: द्वीप दो भागों में बंटा है - दक्षिण में रिपब्लिक ऑफ साइप्रस और उत्तर में तुर्किश रिपब्लिक ऑफ नॉर्दर्न साइप्रस (TRNC)
अंतरराष्ट्रीय मान्यता: केवल तुर्किये TRNC को मान्यता देता है, बाकी दुनिया इसे अवैध कब्जा मानती है।
वर्तमान स्थिति
यूएन बफर जोन: दोनों हिस्सों को ग्रीन लाइन द्वारा अलग किया गया है, जिसे यूएन शांति सेना बनाए रखती है।
ईयू सदस्यता: साइप्रस यूरोपीय संघ का सदस्य है, जिससे उत्तरी भाग को "अवैध रूप से कब्जा किया गया ईयू क्षेत्र" माना जाता है।
भारत की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा
पीएम मोदी को मिले अंतरराष्ट्रीय सम्मान भारत की बढ़ती वैश्विक स्थिति को दर्शाते हैं:
रिकॉर्ड उपलब्धियां
2016-2025 के बीच 28 विदेशी सर्वोच्च नागरिक सम्मान
पूर्व प्रधानमंत्री: नेहरू (2), इंदिरा गांधी (2), मनमोहन सिंह (2)
रूस, फ्रांस, अमेरिका और नौ मुस्लिम देशों सहित कई देशों से सम्मान
हाल के सम्मान (2025)
साइप्रस: ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस तृतीय
मॉरीशस: ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन
अन्य कई अंतरराष्ट्रीय सम्मान
आपकी परीक्षा की तैयारी के लिए क्यों महत्वपूर्ण है
यूपीएससी प्रीलिम्स के लिए प्रासंगिकता
अंतरराष्ट्रीय संबंध: साइप्रस दौरा भारत की भूमध्यसागरीय क्षेत्र में बढ़ती कूटनीतिक भूमिका को दर्शाता है।
करेंट अफेयर्स: हाल ही में हुए द्विपक्षीय समझौते और रक्षा सहयोग अक्सर पूछे जाते हैं।
भूगोल: साइप्रस का स्थान, भूमध्यसागर क्षेत्र और उसकी रणनीतिक महत्ता
यूपीएससी मेन्स के लिए महत्व
GS पेपर II: द्विपक्षीय संबंध, क्षेत्रीय समूह, भारत की विदेश नीति
रक्षा सहयोग: भारत के रक्षा साझेदारी और रणनीतिक समझौतों की समझ
भूराजनीतिक विश्लेषण: तुर्किये-साइप्रस संघर्ष, क्षेत्रीय विवाद, अंतरराष्ट्रीय कानून
रिवीजन के लिए मुख्य बिंदु
मकारियोस तृतीय: साइप्रस के पहले राष्ट्रपति, ऐतिहासिक महत्व
ऑर्डर ऑफ मकारियोस तृतीय: साइप्रस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 1991 में स्थापित
जी-7 शिखर सम्मेलन: 2019 से भारत की लगातार भागीदारी, वैश्विक दक्षिण की आवाज
तुर्किये-साइप्रस संबंध: 1974 आक्रमण, TRNC, यूएन प्रस्ताव, ईयू प्रभाव
भारत-साइप्रस संबंध: 23 वर्षों बाद पीएम दौरा, रक्षा सहयोग, भूमध्यसागर रणनीति
परीक्षा रणनीति सुझाव
इसे भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और नेबरहुड फर्स्ट नीति के विस्तार से जोड़ें।
भारत-ईयू संबंधों में साइप्रस की रणनीतिक भूमिका को समझें।
पाकिस्तान के संदर्भ में तुर्किये को भेजे गए कूटनीतिक संदेश का विश्लेषण करें।
रक्षा सहयोग समझौतों को भारत की समग्र सुरक्षा रणनीति के हिस्से के रूप में पढ़ें।
यह घटनाक्रम भारत की सक्रिय कूटनीति और वैश्विक प्रभाव को दर्शाता है, जो आपके करेंट अफेयर्स और अंतरराष्ट्रीय संबंध दोनों सेक्शन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
आंतरिक लिंक:
भारत-साइप्रस संबंध: ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और वर्तमान परिप्रेक्ष्य
भारत की विदेश नीति में हालिया बदलाव
बाहरी संदर्भ: