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कच्चाथीवू द्वीप विवाद पीएम मोदी की श्रीलंका यात्रा के बाद फिर चर्चा में। जानिए इतिहास, विवाद और परीक्षा में इसकी उपयोगिता।

कच्चाथीवू द्वीप विवाद: मार्च 2025 की करेंट अफेयर्स में क्यों है चर्चा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया श्रीलंका यात्रा के दौरान एक बार फिर कच्चाथीवू द्वीप सुर्खियों में आ गया है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस, डीएमके समेत तमिलनाडु की कई पार्टियों ने केंद्र सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। यह विषय UPSC, SSC, बैंकिंग और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हो गया है।

कच्चाथीवू द्वीप क्या है?

🌍 यह द्वीप भारत और श्रीलंका के बीच स्थित है, पाक जलडमरूमध्य में।

📍 स्थान: रामेश्वरम से लगभग 22 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में।

📐 आकार: करीब 285 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ निर्जन द्वीप।

🌋 निर्माण: यह द्वीप 14वीं सदी में ज्वालामुखी विस्फोट से बना था।

धार्मिक महत्त्व: यहाँ सेंट एंथनी चर्च स्थित है, जहाँ तमिल मछुआरे तीर्थ यात्रा पर जाते हैं।

विवाद का इतिहास क्या है?

ब्रिटिश काल में यह द्वीप मद्रास प्रेसिडेंसी का हिस्सा था।

भारत और श्रीलंका दोनों इस पर दावा करते रहे

1974 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारत-श्रीलंका समुद्री समझौते के तहत इसे श्रीलंका को सौंप दिया था।

तभी से यह द्वीप दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्तों में विवाद का विषय बना हुआ है।

अब विवाद क्यों बढ़ा?

भारत कहता है कि समझौते के तहत भारतीय मछुआरों को पारंपरिक अधिकार (जैसे मछली पकड़ना, जाल सुखाना, चर्च जाना) मिलने चाहिए।

लेकिन श्रीलंका ने इन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं, जिससे भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी और झड़पें होती रहती हैं।

विपक्षी दल इस मुद्दे को क्यों उठा रहे हैं?

तमिलनाडु के मछुआरे लंबे समय से अपने पारंपरिक मछली पकड़ने के अधिकारों की मांग कर रहे हैं।

श्रीलंका की नौसेना कार्रवाई करती है, जिससे भारतीय मछुआरों को नुकसान और हिरासत का सामना करना पड़ता है।

2024 में पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस से सवाल किया था कि कैसे उन्होंने 1970 के दशक में द्वीप श्रीलंका को दे दिया।

परीक्षा के लिए मुख्य तथ्य (Quick Facts):

📌 स्थान: पाक जलडमरूमध्य (भारत-श्रीलंका के बीच)

🛕 चर्च: सेंट एंथनी चर्च

📜 समझौता वर्ष: 1974

⚖️ विवाद: पारंपरिक मछुआरों के अधिकारों को लेकर मतभेद

🗳️ राजनीतिक चर्चा: पीएम मोदी और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप

📰 टैग्स: current affairs March 2025, daily GK update, Atharva Examwise current news, competitive exam news

यह परीक्षा के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

यह विषय UPSC GS Paper-II, SSC GK Section, बैंकिंग जनरल अवेयरनेस, और राजनीति व अंतरराष्ट्रीय संबंधों से जुड़े प्रश्नों में आ सकता है। छात्र इस विषय से सीख सकते हैं:

भारत-श्रीलंका संबंधों का इतिहास

सीमाई विवादों की प्रकृति

अंतरराष्ट्रीय संधियों की परीक्षा में उपयोगिता

घरेलू राजनीति और विदेश नीति का आपसी संबंध

🎓 प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए ऐसे ही रोज़ाना अपडेट्स और गहन विश्लेषण पढ़ने के लिए Atharva Examwise वेबसाइट पर जाएं।